सबसे अच्छा मोबाइल कैमरा कैसे चुनें ? (How To Choose Best Mobile Camera ). Mobile Camera जब से आया है इसने Digital Photography को बदल के रख दिया है। मॉडर्न स्मार्टफोन कैमरा न सिर्फ कई मामलो में DSLR को टक्कर देते है, साथ ही ये हमारा मेन Primary Camera भी बनता जा रहा है। Smartphone Camera कई Fully Loaded Specification के साथ आते है, आइये इस आर्टिकल में हम बेसिक से समझने की कोशिश करते है की MOBILE CAMERA PHOTOGRAPHY क्या है और सबसे अच्छा मोबाइल कैमरा कैसे चुनें ? (How To Choose Best Mobile Camera ).
इस आर्टिकल को इंग्लिश में पढ़े How To Choose Best Mobile Camera.

MOBILE CAMERA PHOTOGRAPHY क्या है ? और सबसे अच्छा मोबाइल कैमरा कैसे चुनें ? (How To Choose Best Mobile Camera ).
Mobile Camera Photography में हम फोटोन ( Light ) को Convert करते है इलेक्ट्रान (Images) में Image Signal Processor की मदद से।
Image Signal Processor
Image Signal Processor पार्ट है Smartphone Chipset (Processor) का जो हमारे स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर और Os के Conjunction से हमारे द्वारा ली गई Raw Image को Additional Enhancement और Effect से प्रोसेस करके हमें full devloped Image देता है। Image Signal Processor का हमारे Smartphone Camera की Picture Quality को Improved करने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण काम करता है इसलिए मोबाइल कैमरा के चुनाव के समय इसे जरूर Compare करे।
Megapixels
Megapixels क्या है समझने के लिए सबसे पहले हम पिक्सेल को समझते है, पिक्सेल इक सिंगल डॉट है जो बना होता है रेड ग्रीन और ब्लू (RGB) Colour से इन्ही तीन रंगो से हमें Millions Of Colours देखने को मिलता है। पिक्सेल का इक सबसे अच्छा उदाहरण है हमारे घर की पुरानी Colour Tv, अगर आप इसके डिस्प्ले को नजदीक से देखेंगे तो आपको Individual Red, Green और Blue Dot दिखेंगे वही डॉट्स पिक्सेल है। हालांकि आज के मॉडर्न Led और Oled Tv में आपको नार्मल आँखों से ये डॉट नहीं दीखता है, क्योकि मॉडर्न डिस्प्ले में Millions Of Pixel इक ही जगह Place की जाती है, जिससे हमें Crispier और ज्यादा Natural Images मिले।

Megapixels (MP) इमेज के नंबर ऑफ़ पिक्सेल को बताता है, जहा मेगा का मतलब होता है Million ( 1 Million = 10 लाख ). अगर 8 MP का कैमरा है तो इसका मतलब है की कैमरा का इमेज सेंसर 8 Million ( 80 लाख ) पिक्सेल से बना है।
Aperture
Aperture को हम लेंस की ओपिनिंग भी बोला जाता है जो ये Decide करता है की आपके लेंस को कितनी लाइट मिलेगी, जितना छोटा Aperture का साइज होगा उतनी ज्यादा लाइट लेंस को मिलेगा। उदाहरण के लिए F/1.2 > F/2.1.

Electronic Image Stabilization (EIS) / Optical Image Stabilization
Electronic Image Stabilization (EIS) / Optical Image Stabilization (OIS) आपके कैमरा शेक के इफ़ेक्ट को कम कर देता है, जिससे आपको स्टेबल, स्मूथ और शार्प वीडियो या इमेज मिलता है।
हालांकि दोनों का काम इक जैसा है लेकिन Electronic Image Stabilization आपको सॉफ्टवेयर के रूप में मिलेगा, और Optical Image Stabilization आपको हार्डवेयर के रूप में मिलेगा। जिससे Optical Image Stabilization थोड़ा महंगा है Electronic Image Stabilization से, अगर आप नार्मल फोटोग्राफि करना चाहते है आप बिना किसी दिक्कत के Electronic Image Stabilization वाला कैमरा ले सकते है जो आपको काफी अच्छे से स्टेबिलाइजेशन देता है।
Auto-Focus
किसी ऑब्जेक्ट से रिफ्लेक्ट होकर आती Electron किस एंगल पे Focus करेगी ये ऑब्जेक्ट और लेंस की डिस्टेंस पे निर्भर करता है। अगर हमारा Camera Auto-focus है तो वो ऑटोमेटिकली खुद को एडजस्ट करते हुए Focus बना लेता है। Auto-Focus ना सिर्फ आपके इमेज क्वालिटी को Improved करता है, बल्कि आपको Close Object जिसे हम आजकल माइक्रो मोड कहते है उसकी Shooting में भी हेल्प करता है, बिना Auto-focus के Micro Shooting मुमकिन नहीं है।
Types Of Auto Focus
Mobile Camera में दो तरह के Auto-Focous उपयोग किया जाता है।
- Phase Detection Auto-Focus (PDAF)
- Laser Auto Focus
Phase Detection Auto-Focus (PDAF)
Phase Detection Auto-focus ये Focus करने की नयी और काफी Effective Technique है जो Mid-Range और Flagship Ranges के स्मार्टफोन में मिलती है। Phase Detection Autofocus को हमारी आँखों के मूवमेंट की नक़ल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, ये मुख्यतया इमेज को दो भाग में Split करके उसे Synchronized कर के Picture Quality को Improved करता है।

Pro
PDAF फ़ास्ट और Accurate परफॉर्म करती है CDAF से
cons
लो लाइटिंग में इसकी परफॉरमेंस कमजोर है
Laser Auto-Focus
लेज़र ऑटो-फोकस में कैमरा के सेंसर्स को लेज़र ट्रांसमीटर और रिसीवर के साथ बनाया जाता है, जिससे ये फ़ोन और सब्जेक्ट के बीच के दुरी को लेज़र के ट्रेवलिंग टाइम से कैलकुलेट करके पता लगाके फोकस को ऑटो एडजस्ट करती है।
Pros
ये बहुत फ़ास्ट और Accurate काम करती है PDAF और CDAF से
ये लो लाइटिंग फोटोग्राफी के लिए काफी परफेक्ट है
Cons
इसे लॉन्ग डिस्टेंस फोटोग्राफी के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है
High Dynamic Range (HDR)
High Dynamic Range का उपयोग आपकी इमेज में ज्यादा डायनामिक रेंज को ऐड करने के लिए किया जाता है। जहा नार्मल मोड इक बार में इक पिक्चर को कैप्चर करती है, वही High Dynamic Range मोड इक बार में तीन अलग अलग पिक्चर अलग अलग एक्सपोज़र पे क्लिक करती है, जो ISP में कंबाइंड होने के बाद हमें डिस्प्ले होती है, जो Perfectly Balanced होती है।
Panorama
Panorama मोड में कैमरा ढेर साड़ी फोटो को क्लिक करके अपने कार्नर मैचिंग अल्गोरिथम से मिलते जुलते कोने को स्टीच करके हमें पैनोरामिक व्यू डिस्प्ले करती है।

Video
आज कल के ज्यादातर Mobile Camera 720p HD Video 30 Frames Per Second में वीडियो आसानी से रिकॉर्ड कर सकते है। हालांकि जितनी High-Resolution रिकॉर्डिंग होगी उतनी ज्यादा स्टोरेज की जरुरत होती है। निचे हमने कुछ Common Video Formats और Frame Rates के बारे में बताया है जिससे आपको सबसे अच्छा मोबाइल कैमरा आसानी से सेलेक्ट कर सकते है।

Common Video formats & frame rates
- 1080p HD at 30 fps
- 1080p HD at 60 fps
- 4K at 24 fps
- 4K at 30 fps
- 4K at 60 fps
Slo-mo
- 720p HD at 240 fps
- 720p HD at 960 fps
- 1080p HD at 120 fps
- 1080p HD at 240 fps
- 1080p HD at 960 fps
Conclusion
Camera सेलेक्ट करते समय आप मेगापिक्सेल के साथ साथ पिक्सेल और पिक्सेल साइज और Image Signal Processor को भी Campare करे, उम्मीद करता हूँ की हमारे सबसे अच्छा मोबाइल कैमरा कैसे चुनें ? (How To Choose Best Mobile Camera ) आर्टिकल में आपको अपने सारे सवालो का जबाब मिल गया होगा, अगर फिर भी आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट में जरूर बताये।
Source Wikipedia
mast
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